ब्लड में कैंसर को ल्यूकीमिया भी कहा जाता है। ब्लड़ सेल्स की की ब्रॉड कैटेगरीज होती हैं डबलूबीसी (वाइट बल्ड सेल्स). प्लेटलेट्स और आरबीसी ( रेड ब्लड सेल्स) । ल्यूकेमिया आमतौर पर वाइट ब्लड सेल्स कैंसर का तात्पर्य है। डब्ल्यूबीसी, इम्मयून सिस्टम के आवश्यक कॉम्पोनेन्ट हैं। वे बाहरी पदार्थों वायरस, फंगस और बैक्टीरिया के हमला करने पर शरीर की रक्षा करते हैं।
WBC आमतौर पर हड्डियों के मेरो में बनते हैं, लेकिन कुछ प्रकार WBC तिल्ली (स्पलीन), थाइमस ग्लैंड और लिम्फ नोड्स में भी बनते हैं। एक बार जब वे बन जाते हैं, तो WBC पूरे शरीर में लिम्फ और ब्लड में ट्रेवल करते हैं ,
लक्षण – थकान या कमजोरी; वजन घटना; संक्रमण; बुखार या ठंड लगना; हड्डियों में दर्द , लिम्फ नोड्स में सूजन के साथ लिवर या प्लीहा (स्पलीन का बढ़ना); नाक से अत्यधिक ब्लीडिंग या चोट लगना
कारण – वैज्ञानिक अब तक ल्यूकेमिया के सटीक कारण का निदान नहीं कर पाए हैं। पर्यावरणीय और आनुवांशिक कारकों के कारण एक व्यक्ति इस स्थित से पीड़ित हो सकता है।
Diet. Normal
Inj. monocef 1gm 1 vial IV stat & BD
Inj. Metronidazole 100ml 1 bag iV stat & TDS
Immediate Blood Transfusion
Cap. Omeprazole 20mg- BD
Betadin (Povidone lodine) mouth wash 2 tsf mixed with 1 glass of water-Gargle 2 times daily
Treatment of chronic phase: tab.Imatib (Imatinib)-400 mg daily. OD