टिटनेस एक गंभीर बैक्टीरियल बीमारी है. जो क्लोस्ट्रीडियम टेटानी नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। बैक्टीरिया शरीर में किसी घाव के माध्यम से प्रवेश कर सकता है। जिससे शरीर की मांसपेशियाँ सिकुड़ने लगती है। आमतौर पर पर टिटनेस रोग में पूरे शरीर में दर्द की शिकायत होती है। ये विशेष रूप से जबड़े और गर्दन की मांसपेशियों को प्रभावित कर सकता है, जिसकी वजह से मुंह खोलने या खाना निगलने में परेशानी भी हो सकती है। एक तरह से इसमें व्यक्ति का जबड़ा लॉक (स्थिर) हो जाता है। यही वजह है कि इसे लॉकजो भी कहा जाता है।
टिटेनस मुख्य रूप से चार प्रकार के होते है,
जनेलाइज्ड टिटनेस (Generalized Tetanus) – लगभग 80 प्रतिशत मामले ज्लाइज्ड टिटनेस के होते हैं । इस स्थिति का शुरूआती लक्षण जबड़े में ऐंठन होना है
लोक्लाइज्ड टेटनस (Localired Tretanus) – लोकलाइज्ड टिटनेस के मामले लोगों में कम देखे जाते है। इसमें रोगी का जख्म वाले स्थान के आस-पास की मांसपेशियों में ऐंठन महसूस होती है।
सेफालिक टिटनेस (Cephaic Tetanus) – यह टिटनेस मुख्य रूप से सिर या चेहरे पर लगी चोट के घावों से जुड़ा होता है। इसके लक्षण चोट लगने के एक से दो दिनों में दिखाई दे सकते हैं।
नियोनेटल टिटनेस (NeonatalTetanus)– बच्चो में टिटनेस की समस्या को नियोनेटल टिटनेस के नाम से जाना जाता है। बच्चों में टिटनेस की वैक्सीन ना लगवाने या टीकाकरण की सारी डोज न दिलवाने पर बच्चे को इस संक्रमण की चपेट में आने की संभावना अधिक हो सकती है।
टिटनेस के लक्षण – अचानक पेट व शरीर की अन्य मांसपेशियों में ऐंठन होना; पूरे शरीर में अकड़न महसूस होना; जबड़ों में ऐंठन और अकड़न; लार टपकना; बुखार होना पसीना आना; हाथों और पैरों में ऐंठन होना; चिड़्चिड़ापन; निगलने में परेशानी; बार बार पेशाब लगना; ब्लड प्रेशर बढना; हृदय गति में परिवर्तन सिर दर्द; दौरे आना।
टिटनेस के कारण– धूल, मिट्टी, मल या थूक से घाव का दूषित होना; किसी नुकीली वस्तु जैसे सुई या कील द्वारा चोट लगने पर जलने पर होने वाले घाव से टिटनेस का बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश कर सकता है; दबने या कुचलने से होने वाले घाव के जरिए; पुराने घाव और इंफेक्शन से हो सरकता है; ऑपरेशन के दौरान लगाया गया चीरा के जरिए; कीड़े के काटने से दांतों में संक्रमण के जरिए;
Treatment
Diet. Soft
O2 inhalation – SOS
Isolation room (dark & soundless room) अलगाव कक्ष (अंधेरा और ध्वनिरहित कमरा)
Inj. C-Penicillin (5 Lac) 2 vial IV stat & 6 hourly
Inf. 5% DA 1000cc + Inj. Diazepam 10-amp IV stat @15 drops/min
Inj. Ketorolac or Tarmadol 30mg 1 amp IM stat & SOS
Inj. TIG 250 IU 10 amp lV slowly stat
Inj. (TT) Tetanus toxoid 1 amp IM stat
Tab. Metronidazole – TDS
Closed wound should be opened up & washed with H20 (बंद घाव को खोलकर H202 से धोना चाहिए)
TEST:
There are no lab tests that can confirm tetanus. (ऐसे कोई प्रयोगशाला परीक्षण नहीं हैं जो टेटनस की पुष्टि कर सकें।)
नोट:– किसी ही दवा का प्रयोग विना Doctor की सलाह से न करे ………..
दवा का इस्तमाल करने से पहले हेल्पलाइन नंबर ( Dr. Suraj raj whatsapp no- 8077575681, 7906954659 ) pr Messages kre,